Friday, February 19, 2010

पिंकी है मेरा नाम

Teacher Teacher पिंकी है मेरा नाम
मम्मी कहती सिर्फ शैतानी है मेरा काम
मुझसे बड़ी हैं मेरी दीदी चार चार
पर छोटू भैया को मिलता है पापा का प्यार
वैसे तो भैया की उम्र है सिर्फ एक
पर उनके Birthday पे आया ठा बड़ा cake
दीदी को Happy Birthday कभी भी बोला नहीं
फिर भी कह दीं हम बहनों से बातें अनकही
पड़ोस में गिरिजा Aunty की तब्बियत थी ख़राब
Mummy बोली उनके घर आएगा छोटा नवाब
पर उनको मरी लड़की हुई ऐसा चला पता
Teacher बताओ हम लड़कियों की क्या है खता?

कल बात कर रहीं थी मेरी Mummy और दादी
कुछ दिन में हो जाएगी सबसे बड़ी दीदी की शादी
अभी तो दीदी की उम्र है सिर्फ चोदह साल
पर शादी के लिए किया दादी ने बवाल
दसवीं के बाद छुड़ा दिया उनका स्कूल
क्या चोदह साल की उम्र है इतनी बड़ी भूल?

वैसे तो घर में पापा लाते हैं फूल और फल
रोज़ मांगती हूँ मम्मी से आम पर वह हैं एकदम अटल
कभी नहीं देती हैं आम चाहे कितना भी मांगू
पर भैया पर होता नहीं एक भी rule लागू

मैं भी आपकी तरह Teacher बनना चाहती हूँ
कई बार मैं मम्मी को क ख ग सिखाती हूँ
किसीसे कह नहीं सकती मैं मेरे दिल की बात
एकदम तनहा हूँ. Please थाम लो मेरा हाथ

2 comments:

RAJNISH PARIHAR said...

very good kavita hai..fir aap bekaar boy kyun?

shama said...

Behad sundar!